रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने आज साइबर सेल द्वारा गुम/चोरी हुए 54 मोबाइल का पुलिस नियंत्रण कक्ष में वितरण किया गया ।
उन्होंने बताया कि गुम/चोरी हुए मोबाइल स्वामियों द्वारा CEIR पोर्टल पर मोबाइल की जानकारी दी जाती है, ये मोबाइल एक्टिवेट होने पर कंप्लेंट के अल्टरनेट नंबर पर अलर्ट के साथ ही संबंधित साइबर सेल और थानों को भी मेल से जानकारी प्राप्त होती है और जिस पर आगे पुलिस कार्यवाही कर ऐसे मोबाइल को प्राप्त किया जाता है साइबर सेल द्वारा पिछले दो माह में ऐसे 54 मोबाइल को रिकवर किया गया है जिनमें कई बड़े ब्रांड रेडमी, रियलमी, सैमसंग के सेट है इन मोबाइल की कीमत लगभग 9,72,000 है ।
पुलिस अधीक्षक ने मीडिया के माध्यम से अपील की है कि मोबाइल कम्युनिकेशन का महत्वपूर्ण साधन है साथ उपयोगकर्ता मोबाइल पर कई सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज, पिक्चर, विडियो सहेज कर रखता है, जिसके गलत हाथों में जाने से मोबाइल स्वामी अवांछित अपराध का शिकार हो सकता है । जब कभी किस व्यक्ति को गुम मोबाइल मिले तो उसका प्रयोग ना कर निकटतम थाने या साइबर सेल में जमा करें ऐसे मोबाइल के गलत प्रयोग पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है ।
एसपी दिव्यांग पटेल के कार्यकाल में साइबर सेल और थानों की टीमों ने 400 से अधिक गुम मोबाइल को ट्रैक कर वितरण किया है ।
पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन और एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन पर साइबर सेल की टीम लगातार मेहनत व लगन से गुम मोबाइलों को ट्रैक करने का कार्य कर रही है जिसके फलस्वरूप उत्तम परिणाम हासिल हो रहे हैं । पिछले 2 माह में गुम हुये मोबाइलों को ट्रैक कर उनका उपयोग कर रहे लोगों से संपर्क कर साइबर सेल टीम द्वारा संबंधित थाने के स्टाफ से उन्हें साइबर सेल रायगढ़ मंगवाया गया है । ये मोबाइल प्रदेश के कई जिलों समेत सीमावर्ती राज्य ओड़िशा, झारखंड, एमपी तथा पश्चिम बंगाल, बिहार से रिकवर किया गया है ।
साइबर सेल द्वारा गुम/ चोरी मोबाइल पर कार्यवाही की जाती रही है अब तक 2000 से अधिक गुम/चोरी मोबाइल रिकवर किए जा चुके हैं । मोबाइल रिकव्हर करने में साइबर सेल की टीम में शामिल प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, रेनू मंडावी, आरक्षक धनंजय कश्यप, प्रशांत पंडा, पुष्पेंद्र जाटवर, विक्रम सिंह, विकास प्रधान, महेश पंडा, प्रताप बेहरा, सुरेश सिदार, नवीन शुक्ला, रविन्द्र गुप्ता एवं महिला आरक्षक मेनका चौहान का सराहनीय योगदान रहा है ।








